
Raipur. रायपुर। राजीव नगर स्थित निजी सोसायटी के निवासी बिल्डर की मनमानी का शिकार हो रहे हैं। निवासियों का कहना है कि मेंटेनेंस शुल्क की जबरन वसूली की जा रही है। निवासियों का आरोप है कि मेंटेनेंस के नाम पर भारी-भरकम राशि वसूली जा रही है, लेकिन बदले में मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं कराई जा रही हैं। सीपेज और दरारें न केवल भवन की मजबूती पर सवाल खड़े करती हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक साबित हो रही हैं।
जब सोसाइटी में सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जाते हैं निवासियों द्वारा या किसी घटना की शिकायत की जाती है, तो बिल्डर पल्ला झाड़ते हुए कहते हैं– ‘हमने आपको मकान बेच दिया, अब हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है।’ गाड़ियां चोरी हो जाएं, सुरक्षा खतरे में पड़ जाए या सीपेज और दरारों की समस्या से लोग परेशान हों, बिल्डर अपनी जिम्मेदारियों से साफ मुकर जाते हैं। ‘यह आपका पर्सनल मैटर है’ जैसे असंवेदनशील तर्क देकर वे समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं। निवासियों की तकलीफों के प्रति इस गैर-जिम्मेदाराना और असंवेदनशील रवैये ने बिल्डर की लापरवाही को पूरी तरह उजागर कर दिया है।
निर्माण में लापरवाही, सुरक्षा और सुविधाओं का अभाव
सोसायटी के निवासी भारी-भरकम मेंटेनेंस शुल्क चुकाने के बावजूद मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। भवन की दीवारों में दरारें, छत से टपकता पानी और सुरक्षा व्यवस्था की कमी साफ दर्शाती है कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरती गई है। निवासियों का कहना है कि मेंटेनेंस शुल्क तो लिया जा रहा है, लेकिन सफाई, सुरक्षा और मरम्मत के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा।
बिल्डर का गैर- जिम्मेदाराना रवैया
सोसायटी में आए दिन सुरक्षा से जुड़ी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन जब भी कोई निवासी शिकायत दर्ज कराता है तो बिल्डर जिम्मेदारी लेने से इनकार कर देता है। गाड़ियों की चोरी हो, सुरक्षा में चूक हो या सीपेज और दरारों की समस्या बिल्डर का जवाब होता है, “हमने आपको मकान बेच दिया, अब हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं।” निवासियों का कहना है कि बिल्डर की लापरवाही और असंवेदनशील रवैये के चलते उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों से इस मामले में जल्द हस्तक्षेप करने की मांग की जा रही है।
मेंटेनेंस में लापरवाही, सुरक्षा पर सवाल
सोसायटी में CCTV कैमरों की अनुपस्थिति और सुरक्षा गार्डों की लापरवाही से सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई है।
सीपेज और दरारों ने खोली निर्माण की पोल
सोसायटी के कई फ्लैट्स में दीवारों में दरारें आ गई हैं, और बरसात के दौरान पानी रिसाव की समस्या गंभीर रूप ले लेती है। छतों से टपकता पानी और फफूंदी की समस्या के कारण निवासियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मेंटेनेंस शुल्क की वसूली पर सवाल
निवासियों ने आरोप लगाया कि मेंटेनेंस न देने पर बिल्डर द्वारा धमकियां दी जाती हैं। यदि कोई निवासी समय पर शुल्क नहीं चुकाता, तो बिल्डर पानी की सप्लाई बंद कर देता है। इतना ही नहीं, मेंटेनेंस शुल्क की वसूली के लिए कानूनी नोटिस भी भिजवाए जाते हैं।
निवासियों की मांग
1. निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच कराई जाए।
2. मेंटेनेंस शुल्क की वसूली पर रोक लगाई जाए, जब तक कि सुविधाएं बहाल न हो जाएं।
3. सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए और CCTV कैमरे लगाए जाएं।




