
रायपुर। राजधानी रायपुर की उरला पुलिस ने आत्महत्या के दुष्प्रेरण के एक गंभीर मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई मंगलवार को उस समय की गई जब पुलिस टीम को तकनीकी व मानवीय सूचना के आधार पर दोनों आरोपियों के रायपुर स्थित एक होटल में छिपे होने की जानकारी मिली। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को दबोच लिया।
घटना 16 अक्टूबर 2025 की है, जब मृतक राहुल विश्वकर्मा ने शाम करीब 4:50 बजे अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद परिजनों की रिपोर्ट पर थाना उरला में मर्ग क्रमांक 102/25 दर्ज किया गया था। जांच के दौरान आत्महत्या के पीछे उकसाने के प्रमाण मिलने पर पुलिस ने अपराध क्रमांक 401/2025 धारा 108, 3(5) भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत मामला दर्ज किया था।
मामला दर्ज होने के बाद आरोपी मोह. तीजूदीन और मोह. सफिउददीन अंसारी उर्फ एम.डी. छोटे घटना के तुरंत बाद फरार हो गए थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत थी। पुलिस की एंटी क्राइम, साइबर यूनिट और थाना खमतराई की संयुक्त टीम ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी। अंततः तकनीकी सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपियों का पता लगाया गया।
पुलिस को सूचना मिली कि दोनों आरोपी तेलीबांधा स्थित ट्यूलिप अरीना होटल में छिपे हुए हैं। इस पर थाना उरला पुलिस की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर होटल में छापेमारी की। मौके से तीजूदीन और सफिउददीन अंसारी को पकड़ लिया गया। दोनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं:
- मोह. तीजूदीन पिता मोह. तौकीर आलम, उम्र 24 वर्ष, निवासी इन्द्रा नगर, शुक्रवारी बाजार, बीरगांव, थाना उरला, जिला रायपुर।
- मोह. सफिउददीन अंसारी उर्फ एम.डी. छोटे पिता जान मोहम्मद अंसारी, उम्र 27 वर्ष, निवासी इन्द्रा नगर, शुक्रवारी बाजार, बीरगांव, थाना उरला, जिला रायपुर।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि मृतक राहुल विश्वकर्मा को कथित रूप से इन दोनों आरोपियों द्वारा मानसिक दबाव में लाया गया था, जिसके चलते उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों की तलाश को शीर्ष प्राथमिकता में रखा था।
थाना उरला के प्रभारी अधिकारी ने बताया कि इस कार्रवाई में उरला थाना पुलिस, एंटी क्राइम यूनिट, साइबर सेल और खमतराई थाना टीम ने विशेष भूमिका निभाई। टीम के संयुक्त प्रयास से आरोपियों की लोकेशन का पता लगाकर त्वरित कार्रवाई की गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के संयोजन से यह सफलता मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी प्राथमिकता पर की जाती है ताकि पीड़ित पक्ष को न्याय मिल सके।
उरला पुलिस ने बताया कि भविष्य में भी ऐसे संवेदनशील प्रकरणों में शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ताकि समाज में कानून के प्रति विश्वास बना रहे। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी आपराधिक गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करें ताकि अपराधियों पर शीघ्र कार्रवाई की जा सके।




