
रायपुर. राजधानी रायपुर के सेजबहार क्षेत्र में 25 एकड़ की कीमती भूमि को लेकर बड़ा भू-माफिया घोटाला सामने आने की कगार पर है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा इस जमीन को पहले फौत दर्ज करवाकर अपने नाम चढ़वाया गया, और अब सुनियोजित तरीके से प्लॉटिंग कर बाजार में बेचा जा रहा है। इस पूरे प्रकरण में कुछ सरकारी अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका भी सामने आ रही है, जो मिलीभगत कर इस फर्जीवाड़े को संरक्षण दे रहे हैं।
यह तथाकथित “प्रोजेक्ट” न केवल आम जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहा है, बल्कि दस्तावेजों की विश्वसनीयता को भी खुलेआम चुनौती दे रहा है। नियमों को दरकिनार कर तैयार किए गए फर्जी दस्तावेजों के दम पर यह जमीन लोगों को बेची जा रही है, जिससे सैकड़ों लोग भविष्य में कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं।
खबर यह भी है कि इस पूरे प्रोजेक्ट का मुख्य सरगना और उसके सहयोगी जल्द ही नामजद किए जाएंगे। वहीं, इस जमीन सौदेबाज़ी में शामिल सरकारी अफसरों की भूमिका पर भी परत-दर-परत पर्दा उठाया जाएगा। सामाजिक संगठन ने मांग की है कि इस प्रोजेक्ट के मालिक के विरुद्ध शीघ्र ही आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए और इस घोटाले में संलिप्त समस्त सरकारी अधिकारियों पर भी बी एन एस की सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जाए। यह मामला केवल एक भूमि घोटाले का नहीं, बल्कि सिस्टम की गिरती साख और जनविश्वास को धोखा देने का प्रतीक बन चुका है। आने वाले दिनों में इस पूरे खेल का पर्दाफाश होते ही प्रदेश की राजनीति और प्रशासन में हड़कंप मचना तय है। जांच रिपोर्ट और दस्तावेजी साक्ष्यों के साथ यह खुलासा जल्द सार्वजनिक किया जाएगा।




