छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा चोर रौनक डे गिरफ्तार, पुलिस ने किया खुलासा

Raipur. रायपुर। प्रेस दफ्तर में चोरी मामले में रायपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सबसे बड़ा चोर रौनक डे को बंगाल से गिरफ्तार किया गया है। रायपुर पुलिस की टीम चोर आरोपी रौनक डे को पकड़ने के लिए पश्चिम बंगाल में विगत 2 दिनों से डेरा डाली हुई थी। 14 सितंबर की रात डेढ़ बजे रायपुर पुलिस को सफलता मिली। आरोपी चोर रौनक डे को गिरफ्तार कर रायपुर लेकर आए। सिविल लाइन थाना प्रभारी ने चोर रौनक डे को कोर्ट में पेश किया गया है। जिसके बाद कोर्ट में मजिस्ट्रेट ने आरोपी चोर रौनक डे को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है।
आपको बता दें कि सिविल लाइन थाने में दर्ज चोरी और गबन की सबसे बड़ी घटना का आरोपी विगत एक महीने से फरार चल रहा था। सिविल लाइन थाने के प्रभारी रोहित मालेकर एसएसपी संतोष सिंह के निर्देश के अनुपालन में विशेष टीम गठित कर पश्चिम बंगाल रवाना किया था। थाना सिविल लाइन के प्रभारी और रायपुर पुलिस इस बड़ी चोरी का पर्दाफाश किया है और कड़ी मेहनत चोर को धर दबोचा है। रायपुर पुलिस बधाई के पात्र है। चोर रौनक डे के पकडे जाने पर प्रेस के प्रबंध संपादक पप्पू फरिश्ता ने रायपुर एसएसपी संतोष सिंह और सिविल लाइन थाने के प्रभारी रोहित मालेकर की भूरी-भूरी प्रसंशा की है।
ये है चोर रौनक डे के कारनामे आपको बता दें कि चोर कितना भी सुधर जाए हेराफेरी करना नहीं छोड़ता है। काम की तलाश में माना से रायपुर आया ऊंची हाई प्रोफाइल एज्यूकेशन औऱ बैंकिंग के काम आने की बता कर जनता से रिश्ता मिड-डे अखबार में काम मांगने आय़ा था। काम करते करते पप्पू फरिश्ता को विश्वास लेकर सबसे वफादार कर्मचारी बन गया। प्रेस मालिक भी ईमानदारी के काम करते देख उसकी जिम्मेदारी बढ़ाता रहा। देखते ही देखते पप्पू फिरश्ता को घर से लेकर प्रेस में लगने वाले दैनिक जरूरतों के सामानों की खरीदी करने लगा। धीरे-धीरे पैसा जमा करने निकालने का काम भी करने लगा। छोटा-मोटा रोज हजार दो हजार की चोरी करता था। पकड़ में आने से पहले वो फर्जी बिल सामान खरीदने का दिखाकर बचता रहा। इससे रौनक डे के हौसले बढ़ने लगे। रौनक डे को समझ आ गया था कि यहां बड़ा हाथ मारा जा सकता है।
इसके लिए साजिश रचने लगा। 6 महीने काम करने के बाद पप्पू फरिश्ता ने उसे एकाउंटटेंट की जिम्मेदारी दे दी। फिर यही से शुरू हुआ रौनक डे (Raunak Day) की बड़ी चोरी में हाथ साफ करने का सिलसिला। थाना सिविल लाइन में पप्पू फरिश्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि रौनक डे पिछले तीन-चार सालों से जनता से रिश्ता अखबार में एकाउंटटेंट और सुपरवाइजर के पद में कार्यरत था, उसे सभी बैकिंग अकाउंट और क्रेडिट कार्ड के सभी नंबर कीवर्ड मालूम था और वही उसको आपरेट करता था। संवाद की बिल जीएसटी का चालान उसके अलावा आनलाइन बैंकिंगसिस्टम में भी उसका पूर्ण रूप से दखल था। इसके अलावा किसी को कीवर्ड, पासवर्ड मालूम नहीं था, यहां तक कि स्वयं (पप्पू फरिश्ता) तक को भी कोडवर्ड , पासवर्ड मालूम नहीं है। इसी का फायदा उठाते हुए विगत 8-9 माह में जीएसटी की रकम जो जीएसटी की फीस कहलाती है हमारे खाते से अपने खाते में ले लिय़ा है। उसने उपयुर्क्त रकम को जीएसटी में नहीं पटाया और पूरी रकम को उड़ा कर अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया। खर्च कर दिया और विगत दिनों से चोरी करने के उपरांत फरार हो गया है।




